रुक्मणी चौरसिया,
लोकल न्यूज़ ऑफ़ इंडिया
क्या है ग्री कॉफी?
कच्ची कॉफी बीन्स से बनाई गई कॉफी को ग्रीन कॉफी कहा जाता है. इसमें काफी मात्रा में क्लोरोजेनिक एसिड मौजूद होता है. इसका बोटेनिकल नाम कॉफिया है, जो रुबीएसी फैमिली से आता है. इसमें कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो सेहत के लिए अच्छे हो सकते हैं.
ग्रीन कॉफी के फायदे
-ग्रीन कॉफी का सेवन बढ़ते वजन को नियंत्रित किरने में मदद करता है. इसमें कई विटामिन और खनिज पाए जाते हैं, जिसकी मदद से हमारे शरीर में पोषक तत्वों का लेवल बना रहता है और हमारा वजन काबू में रहता है.
-ग्रीन कॉफी बीन्स में क्रोनोलॉजिकल एसिड मौजूद होता है. इसलिए इसका सेवन करने से हमारा मेटाबॉलिज्म सही रहता है. जिसके चलते हमारे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है. साथ हर तरह के काम में हमारा मन लगा रहता
है.
-अगर आप ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान रहते हैं तो आपको ग्रीन कॉफी पीनी चाहिए. इसके सेवन से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है. ब्लड प्रेशर बढ़ने से हार्ट अटैक, क्रोनिक किडनी फेल्योर संबंधित कई परेशानियां हो सकती हैं. ऐसे में जरूरी है कि इस पर वक्त रहते काबू कर लिया जाए. ग्रीन कॉफी शरीर में प्लेटलेट्स बनाने में सहायता करता है और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रखता है.
ग्रीन कॉफी के नुकसान
-ज्यादा मात्रा में ग्रीन कॉफी लेने से आपको पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं.
-सिर में दर्द होना या फिर एंजायटी भी इसके कुछ नुकसानों में शामिल है लेकिन जरूरी नहीं यह बात सभी पर लागू हो.
-ग्लूकोमा, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, ऑस्टियोपोरोसिस, ब्लीडिंग डिसऑर्डर्स जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोगों में यह नुकसानदायक साबित हो सकती है जिसकी असली वजन इसमें मौजूद कैफीन है.
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